हम में से बहुत से लोग फाइनेंशियल मैनेजमेंट के साथ स्ट्रगल करते हैं, है ना? इसके बावजूद, हम में से ज्यादातर लोग दूसरों से फाइनेंशियल सहायता लेने के बजाय इसके बारे में ऑनलाइन पढ़ना पसंद करते हैं, क्योंकि इस पर आज भी लोग ज्यादा बात करना पसंद नहीं करते हैं।
अगर इसके लिए आप इंटरनेट सर्च करते हैं और बहुत सारी फाइनेंस पुस्तकें और ब्लॉग पढ़ते हैं, तो आपको बहुत सारी पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी सलाह मिल सकती है।
पर साथ ही यह बेहद चुनौतीपूर्ण और कठिन सब्जेक्ट भी लगने लगता है। लेकिन हम पर विश्वास करें, ऐसा नहीं है। इन 4 तरीकों को आजमाएं और फिर देखें कि कैसे फाइनेंशियल साक्षरता आपको फाइनेंशियल आजादी देने में मदद कर सकती है।
दुर्भाग्य से, अधिकांश स्कूल और कॉलेज, छात्रों को पर्सनल फाइनेंस की पढ़ाई कराना जरूरी ही नहीं समझते हैं।
हमारे देश में कई वयस्क युवा बुनियादी फाइनेंशियल शिक्षा की कमी के कारण यह नहीं जानते हैं कि अपने पैसे को कैसे संभालना है, लोन कैसे लेना है या लोन से कैसे बचना है।
तो ध्यान रखें - यह आसान काम नहीं है। यदि आप इन्हें पहले से नहीं कर रहे हैं, तो इन नई आदतों के समझने में समय तो लगेगा, लेकिन यह फायदेमंद भी होगी।
आप जानते हैं कि इसकी सबसे अच्छी बात क्या है? आज, अपने इंवेस्टमेंट को ऑटोमेट करने से लेकर बजट बनाने तक - हर चीज़ के लिए ऐप्स हैं।
आपका समय बचाने के लिए हमने यह सब कुछ बहुत सरल और आसान बना दिया है।
यदि आप अपने पैसे पर पकड़ बनाना चाहते हैं और एक बेहतर फाइनेंशियल जीवन का आनंद लेना चाहते हैं, तो यह कुछ स्मार्ट मनी मैनेजमेंट और फाइनेंशियल टिप्स हैं जिन्हें आपको याद रखना चाहिए।
1. आप जितना कमाते हैं उससे कम खर्च करें
भले ही आप कितना भी कमाते हों, यदि आप जितना कमाते हैं, उससे अधिक खर्च करते हैं, तो आपका आगे बढ़ना मुश्किल है।
सीखें कि खुद को कैसे कंट्रोल करें और जो आपके पास पहले से है उसको कैसे बचाएं। समय पर खर्च में कमी करके आप बहुत सारा पैसा बचा सकते हैं।
2. बजट बनाए रखें
एक बजट बनाने से आपको पता रहेगा कि आपका पैसा कहां खर्च हो रहा है। पेमेंट मिलने पर आप वीकली, फोर्टनाइटली या मंथली बजट बना सकते हैं।
आप एक साल में कितना भी पैसा कमाते हों, आपको एक बजट जरूर बनाना चाहिए।
3. गाइडलाइन के लिए 50/30/20 नियम का इस्तेमाल करें
अगर आपको बजट बनाने और सेविंग करने में दिक्कत आ रही है, तो 50/30/20 नियम को अपनाएं। इसका उद्देश्य आपकी कमाई को खर्चो के हिसाब से बांटना है:
ग्रॉसरी, घर, यूटिलिटीज और हेल्थ इंश्योरेंस जैसी आवश्यकताओं पर 50%।
बाहर खाने, खरीदारी करने और शौक संबंधी इच्छाओं पर 30%।
आपकी आय का 20% सेविंग में जाना चाहिए, जैसे कि इमरजेंसी फंड, कॉलेज फंड, या रिटायरमेंट प्लान ।
4. कर्ज से बचें और खुद को क्रेडिट का मतलब सिखाएं
कर्ज में डूबने से बचें। अगर आप पर कोई कर्ज है, तो उसे जल्द से जल्द चुका दें।
कुछ मामलों में कर्ज लेना फायदेमंद हो सकता है। यह घर, कार खरीदने या आपके मेडिकल खर्च के मैनेजमेंट जैसे जरूरी काम आने पर आपकी सहायता कर सकता है।
लेकिन जब क्रेडिट का इस्तेमाल लापरवाही से किया जाता है, तो यह कर्ज बोझ बन जाता है जो आपकी भविष्य की इच्छाओं को ख़त्म कर देता है। इसलिए, जल्दी करने की जरूरत नहीं है।
आप जो कुछ भी करें, उससे पहले आपको पता होना चाहिए कि क्रेडिट कैसे काम करता है।
5. सेविंग की रणनीति अपनाएं
अगर आप अपनी सेविंग बढ़ाना चाहते हैं, तो अपनी सैलरी का कम से कम 5-10% सेविंग के लिए अलग रख दें।
6. इंवेस्ट करें
यदि आपके पास सुपर और सेविंग खाते में खर्चो के बाद पैसा बचा है, तो आप इसे किसी और चीज़ में इंवेस्ट करने का भी सोच सकते हैं।
जब इंवेस्टमेंट की बात आती है, तो समय महत्वपूर्ण हो जाता है।
समय के साथ कंपाउंड इंट्रेस्ट आपकी फाइनेंशियल स्थिति को पूरी तरह से बदल सकता है, इसलिए आज से ही इंवेस्ट करना शुरू करें और बाद में फायदा उठाएं।
तो, अब समय आ गया है कि आप अपने पैसों को काम पर लगाएं।
7. जानें कि आप कहां इंवेस्ट कर रहे हैं
वहां इंवेस्ट न करें जिनके बारे में आप नहीं जानते हैं। आज इंवेस्ट के बहुत सारे साधन हैं, लेकिन पहले समझें कि आपको सबसे अधिक फ़ायदा किससे मिलेगा।
एक फाइनेंशियल सलाहकार यह बताने में आपकी सहायता कर सकता है कि आपके लिए कौन से इंवेस्टमेंट ऑप्शन बेस्ट हैं।
साथ ही, जितना हो सके खुद को शिक्षित करें, फाइनेंस और मनी मैनेजमेंट के बारे में खूब पढ़ें।
8. अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी की जांच करें
मृत्यु, दुर्घटना या बीमारी के मामले में अपने परिवार और आय की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंश्योरेंस होना महत्वपूर्ण है।
9. अच्छा रिकॉर्ड बनाए रखें
यदि आप अच्छा फाइनेंशियल रिकॉर्ड नहीं रखते हैं, तो आप शायद उपलब्ध इनकम टैक्स डिडक्शन और क्रेडिट का सही इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं।
एक नियम बनाएं और पूरे साल उस पर टिके रहें। यह तब काम आएगा जब आपके टैक्स भरने का समय होगा।
10. फाइनेंशियल सहायता लें
क्या आप उन लोगों में से हैं जिनके पास समय की कमी है या अपने फाइनेंस को ठीक से मैनेज नहीं कर सकते हैं?
काम और परिवार में व्यस्तता के कारण बहुत से लोगों को इंवेस्टमेंट के साधन को तलाशना और इसके रिस्क को समझना मुश्किल लगता है।
अगर ऐसा है, तो किसी फाइनेंशियल सलाहकार से सलाह लें। वह आपके उद्देश्यों को प्राप्त करने में आपकी सहायता कर सकता/सकती है
11. व्यवस्थित रहने के लिए विभिन्न ऐप्स का इस्तेमाल करें, अपना बजट बनाएं और इंवेस्ट करें
जैसा कि हमने आपको पहले बताया, फाइनेंशियल मैनेजमेंट के लिए ज्यादातर चीज़ें संभालने और सलाह देने में आपकी मदद करने के लिए आज बाजार में अलग-अलग ऐप हैं।
आपको निश्चित रूप से समय बचाने, स्मार्ट इंवेस्ट करने और सेविंग को आसान बनाने के लिए उनका इस्तेमाल करना चाहिए।
तो बस यही मुद्दे की बात है, और यह आपके पैसों को बढ़ाने का समाधान है। क्यों न आज से ही अपनी सेविंग और इंवेस्टमेंट जर्नी जार ऐप के साथ शुरू करें?