फ़ायनेंशियल गोल कैसे तय करें, और उन्हें सफलतापूर्वक कैसे अचीव करें

December 20, 2022
फ़ायनेंशियल गोल कैसे तय करें, और उन्हें सफलतापूर्वक कैसे अचीव करें

फ़ायनेंशियल गोल के बारे में सब कुछ जानें, स्मार्ट गोल कैसे तय करें और कैसे अचीव करें, और स्टेप बाय स्टेप स्ट्रेटेजी कैसे बनाएं। आपके जीवन के गोल क्या हैं? क्या आपको नई कार चाहिए? अपना घर चाहिए? बच्चे जीवन में अच्छी पढ़ाई करें?

या हो सकता है कि आप दुनिया की सैर करना चाहें। आपकी जो भी उम्र या गोल हो, हम सभी ऐसे गोल के लिए बचत करने के प्रयास करते हैं जो अभी पर्याप्त पैसा ना होने के कारण पूरा नहीं कर पा रहें हैं।

सही कहा ना मैंने? हालांकि, आपके गोल और कमाई चाहे जो भी हो, भविष्य के लिए फ़ायनेंशियल प्लान करना हमेशा सही रहता है। दुनिया के अमीरों से फ़ायनेंशियल सलाह से इस जर्नी में आपको मदद मिलेगी।

 

प्लान बनाने से पहले आपको फ़ायनेंशियल गोल यानि यह तय कर लेना चाहिए कि आप क्या चाहते हैं, इसे पाने में कितना समय लगेगा।‍

इसे पाने के स्टेप क्या हैं? अपने हर गोल के लिए आपको स्मार्ट और सटीक प्लानिंग करनी होगी।

‍लेकिन पहले हम बेसिक जानते हैं।‍

फ़ायनेंशियल गोल क्या हैं?

फ़ायनेंशियल गोल पैसों से जुड़े सपने होते हैं जिन्हें आप पूरा करना चाहते हैं जैसे साल में बड़ी कमाई, हर महीने ₹10000 की बचत वगैरह।

या फिर फ़ायनेंशियल टारगेट हो सकते हैं जैसे कि लग्जरी बीच हाउस ख़रीदना या बाली ट्रिप के लिए पैसे जोड़ना।

आपका गोल ख़ास तौर पर पैसे से जुड़ा होता है। आप दो तरह के गोल अचीव कर सकते हैं‍:

शॉर्ट-टर्म गोल : शॉर्ट-टर्म गोल वे होते हैं जिन्हें आप अगले साल तक या उससे भी पहले पाना चाहते हैं ‍

शॉर्ट-टर्म गोल के कुछ उदाहरण नीचे दिए जा रहे हैं:

●     नया फ़ोन ख़रीदना।  

●     अपने परिवार को विदेश घुमाने ले जाना।

●     क्रेडिट कार्ड की पेमेंट चुकता करना।

●     इमरजेंसी फ़ंड में इंवेस्ट करना।

●     साइकिल या मोटरसाइकिल ख़रीदना।

 

लांग-टर्म गोल: लांग-टर्म गोल में जरा बड़े नजरिए से देखना होता है।

 

इसमें वे गोल हो सकते हैं, जिन्हें आप अगले 2 साल से लेकर अगले 50 साल में पाना चाहते हैं।

 

लांग-टर्म फ़ायनेंशियल गोल के कुछ उदाहरण नीचे दिए जा रहे हैं:

 

●     बिज़नेस शुरू करना और उसका विस्तार करना 

●     शादी

●     वेकेशन होम के लिए पैसे जोड़ना

●     लोन लिए बिना बच्चों के कॉलेज एजुकेशन ख़र्च को पूरा करना।

●     रिटायरमेंट के बाद आराम से रहना।

 

गोल तय करते समय ध्यान रखें, लांग-टर्म और शॉर्ट-टर्म दोनों तरह के मिक्स गोल तय करना हमेशा बेहतर रहता है।

जो गोल 30 साल आगे का है उसके लिए हर दिन मेहनत करना मुश्किल होता है।

सही कहा ना?  लेकिन अगर आप हफ़्ते, महीने और लांग टर्म के गोल शामिल करते हुए सोची-समझी स्ट्रेटेजी को फ़ॉलो करते हैं तो आपको हर रोज मेहनत करने का मोटिवेशन मिलता है और अपने मुताबिक़ रिज़ल्ट मिलते हैं।

 

फ़ायनेंशियल गोल कैसे तय करें और कैसे अचीव करें

 

फ़ायनेंशियल गोल तय करने के लिए, जीवन में आप जो भी पाना चाहते हैं, उन्हें लिख लें।

लिखते समय जल्दबाजी ना करें और सबसे पहले बड़ा गोल लिखें, फिर उससे जुड़े छोटे छोटे गोल लिखते जाएं।

 

स्मार्ट गोल, फ़ायनेंशियल स्ट्रेटेजी बनाने में मजबूत नींव का काम करते हैं।

‍SMART (स्मार्ट) से मतलब स्पेसिफ़िक (ख़ास), मेज़रेबल (मापने योग्य), अचीवेबल (जो अचीव किए जा सकें), रिलेवेंट (उचित) और टाइम बाउंड (समयबद्ध) गोल से है।

आप खुद से कुछ सवाल पूछकर इस प्रक्रिया को आसान बना सकते हैं।

1. मैं क्या चाहता हूं? केंद्रित और स्पष्ट फ़ायनेंशियल गोल तय करें।

 

जब तक आप तय नहीं कर लेते कि आपको क्या चाहिए, उसे पा नहीं सकते हैं। आप जो भी चाहते हैं उनकी लिस्ट बनाएं, इसमें बेसिक ज़रूरतों से लेकर बड़ी चीजें शामिल करें, जैसे - नई कार और आलिशान वेकेशन होम। इसे जितना संभव हो सके स्पष्ट रखें।

उदाहरण के लिए अगर यह कोई कार है तो इसके ब्रांड, मॉडल, और क़ीमत के बारे में भी लिखें। अगर आप शादीशुदा हैं तो यह लिस्ट अपने पार्टनर के साथ बनाएं ताकि आप गोल को पूरा करने के लिए साथ में मेहनत कर सकें।

सभी को अपनी लिस्ट में रिटायरमेंट के लिए बचत को ज़रूर शामिल करना चाहिए। आप जितनी जल्दी शुरुआत करेंगे, उतने ही फ़ायदे में रहेंगे।

आप सोच रहे होंगे कि फ़ायनेंशियल गोल तय करना ज़रूरी है क्या। वास्तव में आप इसे समझे बिना ही ऐसा सोच सकते हैं।

ये अमूर्त होते हैं इसलिए दिमाग में या मन में इनकी प्लानिंग ठीक से नहीं बन पाती है।  

आप इसे ऐसे ही नहीं समझ सकते हैं। जब आप अपनी सोच या विचारों को शब्दों में पिरोते हैं तब कुछ समझ में आता है।

इससे आप अपनी सोच को एक रूप दे पाते हैं। अब यह सिर्फ़ सोच मात्र नहीं रहती है।

इससे आपको मेहनत करने की प्रेरणा मिलती है। 

जब आप अपना सपना लिख लेते हैं तो यह आपका गोल बन जाता है, जैसे आप उस घर को ख़रीदने का गोल बना लेते हैं जिसका सपना आपने हमेशा देखा था।

‍हालांकि जैसे-जैसे आप इसे लिखना शुरू करते हैं तो आपका मन कई और सवाल पूछने लगता है जैसे कितना बड़ा घर, उसमें कितने बेडरूम वगैरह।

लिखने से आपके गोल स्पष्ट हो जाते हैं और आप इनको पूरा करने का रास्ता खोजने लगते हैं।

 

2. मेरे लिए क्या महत्वपूर्ण है? फ़ायनेंशियल गोल को अहमियत दें।

 

आपके पास गोल की बड़ी लिस्ट है और उन्हें एक साथ पाना संभव नहीं है। ‍

शुरुआत में, अभी के लिए ज़रूरी शॉर्ट-टर्म और लांग-टर्म के गोल की प्राथमिकता तय करें।

आपकी बेटी की शादी, आपके लिए विदेश ट्रिप से ज़्यादा ज़रूरी होगी। फ़ार्म ख़रीदने से ज़्यादा ज़रूरी होगा घर ख़रीदना।

हालांकि, उन गोल को भी न छोड़ें जो आपकी लिस्ट में प्राथमिकता में नहीं हैं। उन पर छह महीने या 1 साल बाद फिर से विचार करें। ‍

अपने शुरुआती गोल पूरे करने के बाद, आप दूसरे गोल के लिए काम शुरू कर सकते हैं।

 

3. मुझे ये कब तक हासिल करने हैं? अपने फ़ायनेंशियल गोल के लिए एक समय सीमा तय करें।

 

अपनी प्राथमिकता वाले गोल को भी बांट लें। एक तरफ वे जिन्हें आप तुरंत पा सकते हैं और दूसरी तरफ वे जिनको पाने में कुछ समय लग सकता है।

‍अब हर एक के लिए एक समय सीमा तय करें ताकि यह पता चल सके कि आपको हर महीने कितने बचत करनी है।

 

हर महीने कितनी बचत करनी है यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आपको कितनी जल्दी गोल पूरा करना है।

अगर आपको एक साल में कार चाहिए तो आपको हर महीने ज़्यादा बचत करनी होगी। अगर आप 2 साल इंतजार कर सकते हैं तो आपको कम बचत करनी होगी।

बच्चों के कॉलेज ख़र्चों के लिए पैसे जोड़ना लंबे समय का प्लान हो सकता है लेकिन इसे बंद मत कीजिए, नहीं तो आप पाएंगे कि इसकी ज़रूरत आपके सोचे हुए समय से पहले ही आ पड़ी है।

‍अपने गोल के लिए, ख़ास तौर से ज़्यादा पैसों की ज़रूरत वाले गोल के लिए, समय सीमा के साथ छोटे छोटे टारगेट तय करने से उन्हें पाना और आसान हो जाता है।

इसके बारे में सोचिए: ₹10 लाख जोड़ना मुश्किल लग सकता है, फिर भी हर महीने ₹10 हजार जोड़ना आसान और मुमकिन लगता है।

अहम यह है कि हम वह तरीका खोजें जो हमारे मामले में काम कर जाए।

 

4. इसकी क़ीमत कितनी होगी? मुझे कितनी बचत करनी होगी?

 

हर गोल के बारे में बेहतर अनुमान लगाएं। इसके साथ यह भी लिखें कि आप इसे कब पाना चाहते हैं और हर महीने आपको कितनी बचत की ज़रूरत होगी।

अगर आप अपनी बेटी की 10 साल बाद होने वाली शादी के लिए बचत करना चाहते हैं तो यह अनुमान लगाना होगा कि उस वक्त शादी में कितना ख़र्च आएगा।

आपको 10 साल में बढ़ने वाली महंगाई को भी ध्यान में रखना होगा। आपको समझना होगा कि भविष्य में आपके गोल की क़ीमत क्या होगी। 

 

दूसरा उदाहरण - आप हर महीने  ₹10000 या 20000 की बचत करते जाएं, इससे कार के लिए आपकी डाउन पेमेंट 2 साल में कवर हो जाएगी।

कुछ ख़ास ख़रीदारी जैसे कि कुछ साल बाद घर की क़ीमत कितनी होगी या 10 साल में या भविष्य में बच्चों के ट्यूशन का ख़र्च कितना होगा, का अंदाजा लगाना मुश्किल हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप अभी से ज़्यादा से ज़्यादा बचत करते जाएं। 

हो सकता है आप शुरुआत में कम बचत कर पाएं। लेकिन जैसे-जैसे आपकी तनख़्वाह बढ़ेगी, प्रमोशन होगा, कमाई बढ़ेगी, वैसे वैसे आपकी बचत भी बढ़ती जाएगी। आप जो भी बचत करेंगे, समय आने पर उससे बहुत मदद मिलेगी।

जानें कि बचत को आदत बनाना कैसे आसान और फ़ायदेमंद है।

 

5. क्या गोल की समय सीमा तय करना ज़रूरी है?

 

अपने फ़ायनेंशियल गोल के लिए समय सीमा तय करना खराब आइडिया लग सकता है। हमें यह कैसे पता चल सकता है कि हम घर कब ख़रीदेंगे और बेटी की शादी कब होगी?

हालांकि, अगर आप प्लान नहीं करेंगे तो फ़ायनेंशियल तौर पर तैयार नहीं हो पाएंगे। अगर आप फ़ायनेंशियल तौर पर तैयार होंगे तो आपको पैसे को लेकर चिंता नहीं करनी पड़ेगी, भले ही दूसरे कारणों से, आपका गोल सोचे हुए समय में पूरा ना हो पाए और उसके लिए थोड़ा समय बढ़ाना पड़ जाए। ‍

आप उस समय गोल को पूरा करने के लिए ज़रूरी पैसों के साथ फ़ायनेंशियल तौर पर तैयार होंगे।

समय सीमा तय करने से, गोल को पूरा करने के लिए आप मानसिक तौर पर प्रेरित होते रहेंगे। इसके अलावा, जैसे ही आप समय सीमा तय करते हैं, आपका दिल-दिमाग़ इसके लिए काम करने लगता है। ‍

आप तब तक फ़ायनेंशियल स्ट्रेटेजी नहीं बना सकते जब तक आपको यह पता ना चले कि अब से कितने साल बाद गोल को पूरा करना है। सही कहा ना?

6. सपनों को पूरा करने के ज़रूरी कदम क्या हैं?

 

अब जब आपने गोल लिख लिए हैं तो इनको पाने के लिए प्लान बनाने की बारी है। आपको हर गोल की क़ीमत जानने की ज़रूरत होगी। जिसके लिए थोड़ा सोच–विचार करना होगा और कुछ हिसाब-किताब लगाना होगा। ‍

आपकी कमाई और ख़र्चों के आधार पर आपको प्लान बनाना होगा कि इन्हें कब और कैसे पूरा किया जाए।

आपको अपनी बचत के लिए एक बजट भी तय कर लेना चाहिए ताकि आपको पता रहे कि हर एक गोल के लिए कितनी बचत करनी है।

अगर आप साल दर साल यह करते जाएंगे, तो आपकी सभी फ़ायनेंशियल ज़रूरतें पूरी होती जाएंगी।

 

गोल और समय तय करके, उसे पाने की कोशिश करने वाला हर शख़्स कर्जे से मुक्त, सफल जीवन जी सकता है।

आपको सिर्फ़ डेडिकेशन और स्ट्रेटेजी की ज़रूरत होती है। फ़ायनेंशियल गोल तय करने की शुरुआत में ऊपर दिए सुझाव इस्तेमाल करें।  

पर्सनल फ़ाइनेंस के लिए गाइड की ज़रूरत है? यहां जानिए सफल और फ़ायनेंशियल तौर पर सुरक्षित भविष्य के लिए फ़ाइनेंशियल प्लानिंग की ज़रूरत क्यों है?

 

इन बेहतरीन फ़ाइनेंशियल मैनेजमेंट टिप के साथ आप अपने फ़ाइनेंशियल मामलों को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं।

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